RSS मुख्यालय पर हमले के मास्टरमाइंड को 'अज्ञात हमलावर' ने पाकिस्तान में किया ढेर, अब तक मारे जा चुके हैं 16 से ज्यादा आतंकी

न्यूज तक

Saifullah Khalid: पाकिस्तान के सिंध में लश्कर आतंकी अबू सैफुल्लाह खालिद की हत्या कर दी गई है. सैफुल्लाह 2006 में RSS मुख्यालय पर हमले का मास्टरमाइंड था. इसके अलावा उसने भारत में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था.

ADVERTISEMENT

आतंकी सैफुल्लाह खालिद (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)
आतंकी सैफुल्लाह खालिद (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)
social share
google news

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लश्कर-ए-तैयबा का कुख्यात आतंकवादी रजाउल्लाह निजामनी उर्फ अबू सैफुल्लाह खालिद की हत्या कर दी गई है. रजाउल्लाह ने ही नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय पर 2006 में हुए आतंकवादी हमले की साजिश रची थी. इसके अलावा उसने भारत में कई आतंकी हमलों को भी अंजाम दिया था. रविवार को उसे तीन अज्ञात बंदूकधारियों ने उस वक्त गोली मार दी जब वो मतली स्थित अपने घर से निकलकर बदनी इलाके की एक क्रॉसिंग पर पहुंचा था.

भारत में कई आतंकी हमलों में रहा शामिल

आपको बता दें कि अबू सैफुल्लाह खालिद ने नेपाल से लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों को संचालित करता था और 'गाजी', 'विनोद कुमार', 'मोहम्मद सलीम' जैसे कई नामों से पहचान छुपाकर वहां रहता था. वह लश्कर के शीर्ष आतंकियों में शुमार था और अबू अनस का करीबी सहयोगी माना जाता है.

अबू 2005 में बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) पर हुए आतंकी हमले में भी शामिल था, जिसमें IIT के प्रोफेसर मुनीश चंद्र पुरी मारे गए थे. इसके अलावा, सैफुल्लाह खालिद 2008 में उत्तर प्रदेश के रामपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कैंप पर हुए हमले का भी मास्टरमाइंड था, जिसमें सात जवान और एक नागरिक मारे गए थे.

यह भी पढ़ें...

नेपाल से करता था का संचालन

साल 2000 में खालिद नेपाल में लश्कर के मॉड्यूल का प्रमुख बनकर काम कर रहा था. वहां वह कैडरों की भर्ती, वित्तीय और रसद सहयोग, और भारत-नेपाल सीमा से आतंकियों की आवाजाही सुनिश्चित करता था. आजम चीमा उर्फ बाबाजी और याकूब जैसे लश्कर कमांडरों के साथ मिलकर उसने इस नेटवर्क को संचालित किया. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इस नेटवर्क के भंडाफोड़ के बाद वह पाकिस्तान लौट गया था और वहीं से गतिविधियां जारी रखी.

पाक में मारे जा चुके हैं 16 से ज्यादा आतंकी

अबू सैफुल्लाह खालिद की मौत से लश्कर-ए-तैयबा के नेटवर्क को करारा झटका लगा है. भारत की आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में 16 से ज्यादा आतंकी अज्ञात हमलावरों द्वारा मारे जा चुके हैं. इनमें लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के शीर्ष आतंकी शामिल हैं. मार्च 2025 में झेलम में अबू कतल (जियाउर रहमान) को मार डाला गया था. वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं में शामिल था.

ये भी पढ़ें: जासूस यूट्यूबर 'ज्योति मल्होत्रा' का पाक अफसर 'दानिश' के साथ क्या संबंध था? इस वीडियो ने खोल दिए छुपे राज!

    follow on google news
    follow on whatsapp