8th pay Commission: पे लेवल मर्ज कर प्रमोशन देने का बन रहा नया फार्मूला, सैलरी इन्क्रीमेंट में भी होगा बंपर जंप !

रूपक प्रियदर्शी

8th Pay Commission Salary Hike: कर्मचारियों की नजर फिटमेंट फैक्टर पर है. जानें पे लेवल मर्जर से कैसे बढ़ेगी सैलरी और मिलेगा प्रमोशन.

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तस्वीर: न्यूज तक.
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आठवें वेतन आयोग से सैलरी इंक्रीमेंट कितना मिलेगा? सबसे बड़ा सवाल और इंतजार इसी का है. सबकी नजरें टिकी है कि फिटमेंट फैक्टर कितना फाइनल होगा. सातवें वेतन आयोग में 2.57 के हिसाब से ढाई गुना सैलरी बढ़ी थी. इस बार अनुमान 1.8 से लेकर 3.86 तक लगाया जा रहा है. 

वेतन आयोग बनने तक ऐसे अनुमान लगते रहेंगे. भारत सरकार की नौकरियों में 18 पे लेवल होते हैं, यानी 18 रैंक तक के कर्मचारी अधिकारी काम करते हैं. सातवें वेतन आयोग ने 18 पे लेवल बनाया था, जिसकी बेसिक सैलरी 18,000 से ढाई लाख तक थी. बताया जा रहा है कि आठवें वेतन आयोग में पे लेवल खत्म कर दिए जाएंगे या मर्ज कर दिए जाएंगे. 

पे लेवल मर्ज करने की चर्चा क्यों? 

इसके पीछे एक थ्योरी यह है कि एक से दूसरे लेवल के बीच मुश्किल से 2000 का फर्क है. लेवल मर्जर से कर्मचारियों का करियर भी ठीक होगा. सैलरी भी बढ़ेगी और ऑटोमेटिक प्रमोशन भी मिलेगा. इससे बिना फिटमेंट फैक्टर सैलरी इंक्रीमेंट के अचानक से सैलरी में बंपर जंप होगा. प्रमोशन मिल जाएगा. इससे लोअर और मिड लेवल कर्मचारियों को अचानक से बड़ा करियर ग्रोथ मिलेगा.

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शुरूआत 6 पे लेवल के मर्ज की हो रही बात? 

अपर लेवल वाले पे लेवल में तो किसी चेंज की चर्चा नहीं है. जी बिजनेस की रिपोर्ट के मुताबिक सातवें वेतन आयोग ने लोअर लेवल पर जो शुरुआती 6 पे लेवल बनाए थे उसमें मर्ज की बात हो रही है. इससे लेवल वन को लेवल टू के साथ, लेवल थ्री को, लेवल फोर के साथ और लेवल फाइव को लेवल सिक्स के साथ मर्ज किया जा सकता है.

ऐसे पे लेवल मर्जर का अनुमान 

ऐसा होते ही लेवल वन वाले कर्मचारी प्रमोट होकर लेवल टू कर्मचारी बन जाएंगे. इसी तरह लेवल फाइव वाले केवल सिक्स के कर्मचारी अधिकारी बन जाएंगे. फायदे लेवल वन लेवल थ्री और लेवल फाइव कर्मचारियों को मिलेगा. दो चार छह वालों को ऐसा फायदा शायद ना मिल पाए. मर्जर के बाद लेवल वन टू थ्री के नाम लेवल ABC हो सकते हैं. 

ऐसे होंगे प्रमोशन

यानी लेवल वन वाला कर्मचारी लेवल मर्जर से लेवल टू का कर्मचारी बन जाएगा. सातवें वेतन आयोग के मुताबिक लेवल वन की मौजूदा बेसिक सैलरी 18,000 है. लेवल टू की सैलरी 19,900 है. लेवल वन वाली सैलरी 18,000 से बढ़कर 19,900 हो जाएगी. यह संभव है कि आठवें वेतन आयोग में जब 19,900 वाले की सैलरी फिटमेंट फैक्टर 1.92 के हिसाब से अगर डबल हुई तो बेसिक सैलरी 38,000 के आसपास हो जाएगी. अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 हुआ तो सैलरी 56,000 के पार हो सकती है. 

लेवल थ्री की सैलरी 21,700 है जो मर्जर के बाद लेवल फोर की सैलरी 25,500 हो जाएगी. मर्जर के बाद लेवल पांच की सैलरी 29200 से बढ़कर 35400 हो जाएगी. इसमें वेतन आयोग से मिलने वाला इंक्रीमेंट और जुड़ सकता है. 2.86 फिटमेंट फैक्टर लगा तो लेवल फोर वालों की सैलरी 72000 और लेवल छ वालों की सैलरी 1 लाख के पार हो सकती है. 

कुल मिलाकर लेवल मर्जर से सैलरी पोस्ट और प्रमोशन हर मामले में कर्मचारी को फायदा होगा. सरकारी नौकरी में जूनियर लेवल पर प्रमोशन वैसे भी बहुत मुश्किल से मिल पाता है. टाइम बाउंड प्रमोशन का भी कोई कांसेप्ट नहीं होता. संसद में सरकार यह बता चुकी है कि कर्मचारी संगठनों ने केवल सैलरी बढ़ाने की नहीं बल्कि प्रमोशन को लेकर भी मांगे रखी हैं. कर्मचारी संगठन चाहते हैं कि कम से कम तीन प्रमोशन की गारंटी मिलनी चाहिए. अभी तक यह सब चर्चाएं हैं जो सरकार में हो रही चर्चाओं से निकल कर आ रही हैं. फाइनल तब होगा जब वेतन आयोग बनेगा और उसकी रिपोर्ट सामने आएगी. 

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