India Pakistan Attack : पाकिस्तान अपने नागरिक विमानों को ढाल बना रहा, तुर्की के ड्रोन का कर रहा इस्तेमाल- MEA
Pakistan used Turkish Asisguard Songar drones against India: कर्नल सोफिया कुरैशी ने गुरुवार रात में पाकिस्तान के हमले और भारत की कार्रवाई पर की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने ड्रोन हमले के पीछे पाकिस्तान का मकसद भी बता दिया.
ADVERTISEMENT

न्यूज़ हाइलाइट्स

पाकिस्तान तुर्की के Asisguard Songar ड्रोन्स का कर रहा इस्तेमाल.

पाकिस्तान ने गुरुवार की रात 36 स्थानों पर 300-400 ड्रोन हमले किया.
अपने नापाक इरादे, नापाक हरकतें, आतंकवाद के लिए दुनिया में मशहूर हो चुके पाक की एक और शर्मनाक हरकत सामने आई है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के ड्रोन हमलों पर विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार शाम साढ़े 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की. हमलों पर जानकारी देते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान अपने नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने गुरुवार रात में पाकिस्तान के हमले और भारत की कार्रवाई पर की विस्तृत जानकारी दी. कर्नल कुरैशी ने बताया कि 7 मई 2025 को रात साढ़े आठ बजे पाकिस्तान की तरफ से एक असफल ड्रोन हमला हुआ. इसके बावजूद पाकिस्तान ने अपना नागरिक हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया. पाकिस्तान अपने नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. उसे अच्छे से पता है कि भारत पर उसके हमले से हवाई रक्षा की तीव्र प्रतिक्रिया होगी.
जैसलमेर में ब्लैकआउट और कर्फ्यू जैसे हालात, शाम 6 बजे के बाद आवाजाही बंद, सख्त गाइडलाइन जारी
यह भी पढ़ें...
कर्नल कुरैशी ने दिखाया सबूत
कर्नल कुरैशी ने पाकिस्तान में एयर ट्रैफिक का सबूत साझा करते हुए बताया कि पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन हमले के बावजूद शाम को 5 बजकर 50 बजे दमन से विमान ने उड़ान भरा और रात को 9:10 बजे वो लाहौर में उतरा. भारतीय वायु सेना ने अपने रिएक्शन में काफी संयम दिखाया और आखिरकार नागरिक विमान की सुरक्षा सुनिश्चित की.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ये भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उड़ान भरने वाले अंतराष्ट्रीय उड़ानों समेत नागरिक विमानों के लिए सही नहीं है. भारतीय पक्ष का हवाई क्षेत्र घोषित बंद है. करांची और लाहौर के बीच के हवाई मार्ग पर नागरिक विमान उड़ान भर रही हैं.
पाकिस्तान ने भारत के 36 स्थानों पर किया ड्रोन हमला
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 8 से 9 मई 2025 की मध्य को पाकिस्तान ने भारत के सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से पूर्वी-पश्चिमी सीमा पर भारतीय वायु क्षेत्र का कई बार उल्लंघन किया. यही नहीं बल्कि पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर वाले हथियारों से गोलीबारी की. अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर लेह से लेकर सरक्रीक तक 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल घुसपैठ का प्रयास करने के लिए किया गया.
पाकिस्तान ने क्यों किए इतने ड्रोन हमले?
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारती सशस्त्र बलों ने कायनेटिक्स और नॉन कायनेटिक्स साधनों का इस्तेमाल करके पाकिस्तान के कई ड्रोन्स को मार गिराया. इतने बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठों का संभावित उद्देश्य वायु रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करना और खुफिया जानकारी इकट्ठा करना था.
तुर्की का निकला ड्रोन
कर्नल कुरैशी ने बताया कि ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है. प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आया है कि ये तुर्की के असीस गार्ड सोंगर ड्रोन्स हैं. रात में पाकिस्तान के एक सशस्त्र UAV ने पंजाब के भठिंडा सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश की. इसे पकड़ा गया और निष्क्रिय कर दिया गया. पाकिस्तानी हमले के जवाब में 4 हवाई रक्षा स्थलों पर सशस्त्र ड्रोन लॉन्च किए गए. इनमें एक ड्रोन AD रडार को नष्ट करने में सक्षम रहा.
पाकिस्तानी हमले में सेना के जवान हुए शहीद
कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के तंगधार, उरी, पुंछ, मेंढर, राजौरी, अखनूर और उधमपुर में भारी कैलिबर अर्टिलरी गन और सशस्त्र ड्रोन का उपयोग करके नियंत्रण रेखा के पार गोलीबारी की. इसमें कुछ भारतीय सेना के जवान हताहत हुए और घायल हुए. जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया.