Israel Iran ceasefire: इजरायल-ईरान जंग खत्म? डोनाल्ड ट्रंप ने किया सीजफायर का ऐलान,लेकिन ईरान का जवाब चौंकाने वाला!

न्यूज तक

Israel Iran ceasefire: डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम का ऐलान करके सबको चौंका दिया, लेकिन ईरान ने इस दावे को झूठा बता कर नई हलचल पैदा कर दी है.

ADVERTISEMENT

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और इजरायल के पीएम नेतन्याहू
ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और इजरायल के पीएम नेतन्याहू
social share
google news

Israel Iran ceasefire: पिछले करीब दो हफ्तों से इजरायल और ईरान के बीच चले आ रहे संघर्ष को लेकर अचानक तब हलचल मच गई जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने युद्धविराम का दावा कर दिया. ट्रंप इसे जहां एक तरफ ऐतिहासिक सफलता बता रहे हैं, वहीं ईरान ने इस पूरी बात को खारिज कर दिया है.

दरअसल, बीते सोमवार को ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह दावा कर सनसनी फैला दी कि इजरायल और ईरान अब पूरी तरह से सीजफायर के लिए तैयार हो चुके हैं. उनके अनुसार, दोनों देशों ने 12 घंटे के भीतर युद्ध विराम को अमल में लाने पर सहमति जता दी है.

शांति के लिए दोनों देशों की तारीफ

ट्रंप ने इस सीजफायर के पीछे इजरायल और ईरान की ‘सहनशीलता, साहस और समझदारी’ की सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई अगर बढ़ती तो पूरा मिडिल ईस्ट खाक में मिल सकता था. मगर दोनों देशों ने बुद्धिमानी दिखाई और जंग को टाल दिया.

उन्होंने कहा, 

यह भी पढ़ें...

"ईश्वर इज़रायल को आशीर्वाद दें, ईश्वर ईरान को आशीर्वाद दें, ईश्वर मिडिल ईस्ट को आशीर्वाद दें, ईश्वर अमेरिका को आशीर्वाद दें और ईश्वर पूरी दुनिया को आशीर्वाद दें."
 

"वे खुद मेरे पास आए..." ट्रंप का दावा

ट्रंप ने आगे लिखा कि इजरायल और ईरान खुद उनके पास 'शांति' की अपील के साथ आए. उन्होंने इसे मिडिल ईस्ट और दुनिया के लिए एक नई शुरुआत बताया और कहा कि अगर ये देश धार्मिक और नैतिक रास्ते से भटके तो नुकसान भी भारी होगा.

ईरान ने अमेरिका की पहल पर दी हरी झंडी?

आजतक की खबर के अनुसार, तेहरान ने अमेरिकी मध्यस्थता और कतर के ज़रिए पेश किए गए युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमति जताई है. हालांकि यह सहमति भी ईरान की ओर से सीमित और शर्तों पर आधारित मानी जा रही है.

यूएस एयरबेस पर हमला और ट्रंप की प्रतिक्रिया

ट्रंप के ऐलान से पहले ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर 14 मिसाइलें दागीं. ट्रंप ने इसे ‘कमजोर प्रतिक्रिया’ बताया और कहा कि इनमें से 13 मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया गया, जबकि एक मिसाइल को खतरे से मुक्त माना गया.

ईरानी सुप्रीम लीडर का कड़ा संदेश

इस पूरे घटनाक्रम के बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने एक पोस्ट में अमेरिकी आक्रामकता की आलोचना की. जलते अमेरिकी झंडे और युद्धग्रस्त बैकग्राउंड वाली तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा कि ईरानी राष्ट्र कभी उत्पीड़न स्वीकार नहीं करेगा.

ईरानी मंत्री ने किया सीजफायर से इनकार

ट्रंप के ऐलान के कुछ घंटे बाद ही ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इसे झूठा करार दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक किसी भी युद्धविराम को लेकर औपचारिक समझौता नहीं हुआ है. उनका कहना था कि अगर इजरायली सेना हमले बंद कर दे, तभी ईरान भी सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार करेगा.

अराघची ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 

"जैसा कि ईरान ने बार-बार साफ किया है, इजरायल ने ईरान पर जंग शुरू किया है. अभी तक, किसी भी युद्ध विराम या सैन्य अभियानों को खत्म करने को लेकर कोई 'समझौता' नहीं हुआ है."

कतर और अन्य देशों की प्रतिक्रिया

अमेरिकी एयरबेस पर हुए हमले को लेकर कतर ने अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखा. साथ ही, UAE, कुवैत और बहरीन ने अपने एयरबेस बंद कर दिए, जो संकट की गहराई को दर्शाता है.

    follow on google news
    follow on whatsapp