Rahul gandhi on Air Strike: ऑपरेशन सिंदूर के बाद राहुल गांधी ने Indian Army के लिए कही ये बात.
Rahul Gandhi Reaction on Air Strike: पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और Pok में एयर स्ट्राइक की है. इसे लेकर अब राहुल गांधी का रिएक्शन भी सामने आया है.
ADVERTISEMENT

लोकसभा में विपक्ष के लीडर और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को लेकर रिएक्शन दिया है. इस ऑपरेशन को लेकर राहुल गांधी ने इंडियन आर्मी के जवानों (Indian Armed Forces) की प्रशंसा की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा,
‘हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है. जय हिंद.’
इस एयर स्ट्राइक पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने भी एक्स पर पोस्ट लिखकर कहा,
9 आतंकी ठिकानों की एयर स्ट्राइक
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में एयर स्ट्राइक की है. इंडियन एयरफोर्स ने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त किया है. इस जवाबी कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) नाम दिया गया है.
रक्षा मंत्रालय की ओर से इस ऑपरेशन की आधिकारिक पुष्टि की गई है. जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना ने उन स्थानों को टारगेट किया, जहां आतंकी बैठकर भारत में हमलों की साजिश रचते थे. इन ठिकानों में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के ठिकाने भी शामिल बताए जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें...
इन ठिकानों को किया गया टारगेट
- मुजफ्फराबाद (पीओके) में लश्कर का सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर: यह वह जगह थी जहाँ सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने प्रशिक्षण लिया था.
- मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप: यहाँ आतंकियों को हथियार, विस्फोटक और जंगल में जीवित रहने की ट्रेनिंग दी जाती थी.
- कोटली का लश्कर का गुरपुर कैंप: साल 2023 में पूंछ में श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी यहीं प्रशिक्षित हुए थे.
- भिम्बर का बरनाला कैंप: इस कैंप में आतंकियों को हथियार चलाना सिखाया जाता था.
- कोटली का अब्बास कैंप: यह नियंत्रण रेखा (LOC) से सिर्फ 13 किलोमीटर दूर स्थित था और यहाँ फिदायीन हमलावर तैयार किए जाते थे.
- सियालकोट का सरजल कैंप: मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को इसी कैंप में ट्रेनिंग मिली थी.
- सियालकोट का हिजबुल महमूना जाया कैंप: पठानकोट में हुए आतंकी हमले की साजिश यहीं रची गई थी.
- मुरीदके का मरकद तैयबा कैंप: कुख्यात आतंकी अजमल कसाब और डेविड कोलमैन हेडली भी इसी कैंप में प्रशिक्षित हुए थे.
- भावलपुर की मस्जिद सुभानअल्लाह: यह जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जहाँ आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग होती थी और बड़े आतंकी कमांडर यहां आते थे.
ये भी पढ़े: