Uttarakhand Weather Today: उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, प्रदेश के कई जिलों में अगले 3 दिनों तक बारिश का अलर्ट
Uttarakhand Weather Today: मानसून के सक्रिय होते ही उत्तराखंड में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है. आज राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है.
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Uttarakhand Weather Today: उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही बारिश ने जोर पकड़ लिया है. बीते 24 घंटों में राज्य के ज्यादातर जिलों में हल्की से भारी बारिश ने लोगों को राहत के साथ-साथ सतर्क भी किया है. मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
बीते 24 घंटों का कैसा रहा मौसम
22 जून को उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों में बारिश दर्ज की गई. देहरादून और नैनीताल में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई. टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग, चंपावत और बागेश्वर में भी भारी बारिश ने लोगों को अलर्ट मोड पर रखा. कई इलाकों में तेज हवाएं चलीं और बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आईं.
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, आज 23 जून को देहरादून और नैनीताल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और चंपावत में भी भारी बारिश का येलो अलर्ट है. पूरे राज्य में गरज-चमक के साथ 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है.
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अगले 2-3 दिन ऐसा रहेगा मौसम
- 24 जून: देहरादून और नैनीताल में फिर भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान. पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर में भी भारी बारिश संभव
- 25 जून: देहरादून और टिहरी में अति भारी बारिश की आशंका. उत्तरकाशी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल और बागेश्वर में भारी बारिश का अलर्ट
- 26 जून: देहरादून, चंपावत और नैनीताल में भारी से बहुत भारी बारिश. अन्य जिलों में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक संभावित
मानसून ने दी दस्तक
20 जून को उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दी थी. वर्तमान में इसकी उत्तरी सीमा देहरादून, शिमला, जम्मू और मनाली से होकर गुजर रही है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में मानसून और सक्रिय होगा, जिससे बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है.
सावधानी बरतने की सलाह
भारी बारिश के चलते उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. नदियों-नालों के किनारे बसे इलाकों में जलभराव और बाढ़ की आशंका है. यात्रियों को सुरक्षित मार्गों से ही यात्रा करने की सलाह दी गई है.