नरेश मीणा का बड़ा दावा, धारीवाल के कारण सचिन पायलट नहीं बन पाए थे सीएम, अमित शाह और ओम बिरला को भी घेरा

रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए नरेश मीणा ने अपनी चुनावी हार के लिए ओम बिरला, अमित शाह और प्रमोद जैन भाया पर मशीन हैक कर धांधली कराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि शांति धारीवाल की वजह से सचिन पायलट मुख्यमंत्री नहीं बन पाए.

बूंदी में जनसभा को संबोधित करते नरेश मीणा
बूंदी में जनसभा को संबोधित करते नरेश मीणा
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बूंदी जिले के हिंडोली-नैनवां विधानसभा क्षेत्र के कोलाहेड़ा गांव में रविवार यानी 29 दिसंबर को किसान नेता और भगत सिंह सेना के अध्यक्ष नरेश मीणा भगवान देवनारायण के मेले में हेलिकॉप्टर से पहुंचे तो उन्हें देखने पूरा गांव उमड़ पड़ा. हजारों समर्थकों ने उन्हें कंधों पर उठाकर मंच तक पहुंचाया.

मंच से बोलते हुए नरेश मीणा ने सीधे तौर पर अपनी हार को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा से एक कार्यकर्ता का फोन आया था. उन्होंने उन्हें बताया कि वे चुनाव वोटों से नहीं हारे, बल्कि मशीन के जरिए हराए गए. मीणा ने इसी भाषण के दौरान कि ओम बिरला, अमित शाह और प्रमोद जैन भाया ने मिलकर मशीन को हैक करवाया और उन्हें चुनाव में पीछे कर दिया.

कुछ लोग चाहते थे कि मैं हार जाऊं

नरेश मीणा ने कहते हैं यह पहला मौका है जब उनका हेलिकॉप्टर हिंडोली विधानसभा क्षेत्र में उतरा है और आज अंता उपचुनाव पर पूरे प्रदेश के राजनीतिक जानकारों की नजर इस जनसमूह पर है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग  नहीं चाहते थे कि उनकी जीत हो क्योंकि वे हमेशा किसान और समाज की एकता की बात करते रहे हैं.

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उन्होंने खुद को किसान का बेटा बताते हुए कहा कि खेत-खलिहानों में पले बड़े हुए मीणा अगर राजनीति में कुछ बने हैं तो उसका हर पल किसान कौम के नाम रहेगा.

किसानों को एकजुट होते देख घबरा जाते हैं लोग

इसी भाषण के दौरान मीणा कहते हैं कि जब-जब किसान समाज को एकजुट करने की कोशिश की गई है तब-तब राजनीतिक साजिशें रची गईं. उन्होंने याद दिलाया कि राजस्थान की राजनीति में वे सचिन पायलट, प्रहलाद गुंजल और हनुमान बेनीवाल के साथ मिलकर किसान हित में काम करते रहे हैं, लेकिन कुछ नेता नहीं चाहते कि किसान एक मंच पर आएं क्योंकि तब उनकी गिनती की वोटों वाली राजनीति खत्म हो जाती है.

पायलट से लेकर धारीवाल पर निशाना

अंता उपचुनाव का जिक्र करते हुए नरेश ने कहा कि उन्हें सर्व समाज, खासकर गुर्जर समाज का भरपूर समर्थन मिला था. उन्होंने दावा कि अगर वे विधानसभा पहुंचते तो शांति धारीवाल का राजनीतिक इलाज कर देते क्योंकि उन्हीं की वजह से सचिन पायलट मुख्यमंत्री नहीं बन पाए. उन्होंने ओम बिरला और शांति धारीवाल जैसे नेताओं की राजनीति खत्म करने की बात भी कही.

मेरी राजनीतिक हत्या की कोशिश हुई

मीणा कहते हैं का साल 2028 के चुनाव अभी तीन साल दूर हैं फिर भी उन्हें हराने के लिए कई लोग अभी से एकजुट हो चुके हैं. उन्होंने खुद की तुलना महाभारत के अभिमन्यु से करते हुए कहा कि जैसे कौरवों ने मिलकर अभिमन्यु को घेरा था ठी वैसे ही उनकी राजनीतिक हत्या का प्रयास किया जा रहा है.

जनलेवा हमले की भी बात 

नरेश मीणा ने कहा कि उनपर किसी ने जानलेवा हमला करने की कोशिश की लेकिन इसके बाद भी उन्हें ही आरोपी बनाकर धारा 307 में फंसा दिया गया. समरावता कांड के बाद उन्हें आठ महीने तक जेल में रहना पड़ा जबकि आम मामलों में लोग तीन दिन में जमानत पर बाहर आ जाते हैं.

उन्होंने ओम बिरला पर राजनीतिक दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें डराने की कोशिश की गई लेकिन वे जेल से डरने वालों में से नहीं हैं.

घर-घर जाकर देंगे जवाब

अपने भाषण के अंत में मीणा कहते हैं कि भगत सिंह सेना अब घर-घर और सड़क-सड़क जाकर जनविरोधी राजनीति करने वालों को जवाब देगी. हिंडोली सीट से वे अपने किसी मजबूत साथी को मैदान में उतारेंगे और जिन्होंने उनके बेटे और भाई को कमजोर किया है उन्हें चुनाव में सबक सिखाया जाएगा.

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