नासिर-जुनैद हत्याकांड का आरोपी ट्रेन के आगे कूदा, वीडियो में बताया जान देने का कारण, क्या है पूरा मामला?
Nasir Junaid Case: राजस्थान के बहुचर्चित नासिर-जुनैद हत्याकांड के एक आरोपी ने पलवल के पास दिल्ली-आगरा रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी है. मृतक की पहचान गोरक्षक लोकेश सिंगला के रूप में हुई है.
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Nasir Junaid Case:: राजस्थान के बहुचर्चित नासिर-जुनैद हत्याकांड के एक आरोपी ने पलवल के पास दिल्ली-आगरा रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी है. मृतक की पहचान गोरक्षक लोकेश सिंगला के रूप में हुई है. आत्महत्या से पहले, सिंगला ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने बजरंग दल के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मरने से पहले बनाया वीडियो
आत्महत्या से पहले सिंगला ने अपनी पत्नी को एक वीडियो भेजा, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में सिंगला ने दावा किया है कि बजरंग दल के हरियाणा इकाई के संयोजक भारत भूषण, हरकेश यादव, और अनिल कौशिक उन्हें धमका रहे थे और झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दे रहे थे. उन्होंने पुलिस से इन तीनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है.
सिंगला की पत्नी दमयंती ने बाद में इस वीडियो के साथ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. अपनी शिकायत में दमयंती ने बताया कि उनके पति नूंह जिले में एक सामाजिक कार्यकर्ता थे और ये तीनों लोग लंबे समय से उन्हें परेशान कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ये लोग उनके पति का पीछा करते थे, उन पर नज़र रखते थे और घर पर आकर भी धमकी देते थे. दमयंती के अनुसार, इन लोगों ने उनके पति की ज़िंदगी बर्बाद करने और जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिससे सिंगला अंदर से टूट गए थे.
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पुलिस जांच जारी
फरीदाबाद के उपाधीक्षक राजेश चेची ने बताया कि सिंगला का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है. पत्नी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.
नासिर-जुनैद हत्याकांड कब हुआ?
गौरतलब है कि राजस्थान के भरतपुर जिले के घाट मीका गांव के जुनैद और नासिर को 14 फरवरी 2023 की रात हरियाणा के भिवानी इलाके में कथित तौर पर एक जीप में ज़िंदा जला दिया गया था. इस जघन्य हत्याकांड ने पूरे देश में हलचल मचा दी थी.
इस दर्दनाक घटना के बाद, 16 फरवरी को जुनैद और नासिर के परिजनों ने भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में पांच लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए, जिनमें कथित गोरक्षक मोनू मानेसर का नाम भी शामिल था. उस समय राजस्थान की गहलोत सरकार ने हरियाणा की खट्टर सरकार पर इस मामले में मोनू मानेसर की गिरफ्तारी में सहयोग न करने का आरोप लगाया था. यह आरोप-प्रत्यारोप दोनों राज्यों के बीच तनाव का कारण बन गया था.