IAS स्मिता सभरवाल कौन हैं, जो हैदराबाद के जंगल कटने के विवाद की वजह से आ गईं चर्चा में?

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स्मिता सभरवाल देश की ऐसी एक आईएएस अफसर हैं जो सोशल मीडिया में बहुत वायरल हैं. 2000 के सिविल सर्विसेज एक्जाम में ऑल इंडिया रैंकिंग फोर्थ होने के बाद यंगस्टर्स के बीच बहुत फेमस हैं. उनकी सक्सेस स्टोरी बहुत इंस्पायरिंग मानी जाती है. लेकिन इस वक्त वह हैदराबाद के कांचा जंगल कटने की वजह से विवादों में आ गई हैं.

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स्मिता सभरवाल देश की ऐसी एक आईएएस अफसर हैं जो सोशल मीडिया में बहुत वायरल हैं. 2000 के सिविल सर्विसेज एक्जाम में ऑल इंडिया रैंकिंग फोर्थ होने के बाद यंगस्टर्स के बीच बहुत फेमस हैं. उनकी सक्सेस स्टोरी बहुत इंस्पायरिंग मानी जाती है. स्मिता सभरवाल ने आंध्र कैडर लिया था. आंध्र विभाजन हुआ तो कैडर तेलंगाना हो गया. स्मिता सभरवाल तेलंगाना की तेज तर्रार आईएएस मानी जाती हैं. केसीआर सीएम के रहते स्मिता सभरवाल का खूब जलवा रहा. तब सीएम टू सेक्रेट्री होती थी स्मिता. 

2023 में सत्ता बदलने के बाद भी स्मिता सभरवाल की सीएमओ से तो विदाई हो गई लेकिन पूछ बनी रही. हैदराबाद में होने जा रहा ग्लोबल इवेंट मिस इंडिया ऑर्गनाइज करने का पूरा जिम्मा Youth Affairs, Tourism and Culture Department की Principal Secretary होने के नाते स्मिता सभरवाल को दिया हुआ था. इस बीच बड़ा खेल हो गया. स्मिता सभरवाल ने कुछ ऐसा कर दिया कि सीएम रेवंत रेड्डी को कड़ा फैसला लेना पड़ा. सरकार की जान, पूरा दमखम आईएएस अफसरों पर टिका होता है लेकिन अफसर ही सरकार के खिलाफ चले जाएं तो मजबूरी हो जाती है एक्शन लेने. स्मिता सभरवाल पर भी रेवंत रेड्डी की नाराजगी की गाज लगातार गिर रही है. 

मिस वर्ल्ड इवेंट से पहले ही स्मिता की छुट्टी

7 मई से 31 मई तक हैदराबाद में मिस वर्ल्ड का इवेंट होने वाला है. रेवंत सरकार इस इवेंट से तेलंगाना की ग्लोबल ब्रैंडिंग की कोशिश में हैं. इवेंट के लिए स्मिता सभरवाल ने स्लोगन बनाया तेलंगाना जरूर आना. स्लोगन रिलीज होते ही स्मिता सभरवाल की डिपार्टमेंट से छुट्टी हो गई. Youth Affairs, Tourism and Culture Department से विदाई हो गई. मिस वर्ल्ड इवेंट के लिए  tourism department नोडल डिपार्टमेंट है. तेलंगाना में एक साथ 20 आईएएस अफसरों का ट्रांसफर ऑर्डर निकला. आईएएस स्मिता सभरवाल का नाम उन्हीं 20 अफसरों में शामिल हो गया. स्मिता सभरवाल को तेलंगाना फाइनांस कमीशन में मेंबर सेक्रेट्री बनाकर भेजा गया है.

Youth Affairs, Tourism and Culture Department यानी YATC में पोस्टिंग से पहले भी स्मिता फाइनांस कमीशन में ही पोस्टेड थीं. ऐसा बहुत कम होता है जब किसी अफसर को ट्रांसफर करके पुराने पद पर भेजा जाता हो. ऐसी पोस्टिंग किसी आईएएस के लिए बहुत मेनस्ट्रीम पोस्टिंग नहीं मानी जाती. 1992 बैच के सीनियर आईएएस जयेश रंजन अब Youth Affairs, Tourism and Culture Department संभालेंगे.

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कांचा गाचीबोवली के जंगल काटने के विवाद में घिरी सरकार

रेवंत रेड्डी के सीएम बनने के बाद स्मिता सभरवाल की सीएम ऑफिस से छुट्टी तो हुई थी लेकिन फिर भी नई सरकार की गुड बुक्स में थीं. तेलंगाना में कुछ ग्लोबल इवेंट करना है, इसकी तैयारी रेवंत रेड्डी शुरू से कर रहे थे. मिस इंडिया की होस्टिंग उसी प्लानिंग के तहत हैदराबाद लेकर आए. स्मिता पर बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन इस बीच सरकार घिर गई कांचा गाचीबोवली के जंगल काटने और आईटी पार्क बनाने के विवाद में. हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पास कांचा गाचीबोवली जंगल है जिसकी 400 एकड़ जमीन पर आईटी पार्क बनाने का प्रोजेक्ट शुरू होना था. जंगल काटने का खूब विरोध हुआ. सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचा तो जंगल कटाई पर रोक लग गई. तेलंगाना के बड़े आईटी प्लान पर ब्रेक लग गया. 

जंगल काटने का जो विवाद शुरू हुआ स्मिता सभरवाल भी कूद पड़ीं. पता नहीं अनजाने में या जान-बूझकर उन्होंने जंगल काटने के विरोध में ऐसी एआई जेनरेटेड घिबली इमेज सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी जिसमें जंगल के मोर-हिरन को रौंदने के लिए तैयार दिखे बुलडोजर. स्मिता के पोस्ट को 2 हजार से ज्यादा लोगों ने शेयर किया तो हंगामा मच गया. कांचा गाचीबोवली के जंगल विवाद से पहले से प्रेशर झेल रही रेवंत सरकार को ये बिलकुल अच्छा नहीं लगा. स्मिता ने इसी से जुड़ी AI जनरेटेड फोटो साझा कि तो तेलंगाना पुलिस ने उनपर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगते हुए नोटिस जारी कर दिया था. पुलिस ने केस बनाया कि स्मिता ने AI जनरेटेड फोटो से फेक न्यूज फैलाई. 

इशारों-इशारों में सरकार को ललकारा

किसी सरकारी कर्मचारी को सरकार के खिलाफ जाने या राजनीतिक मामले या आंदोलन में पड़ने की इजाजत नहीं होती. स्मिता ने तो सीनियर आईएएस रहते हुए इशारों-इशारों में सरकार को ललकार दिया. एआई जेनरेटेड घिबली इमेज पोस्ट करने पर तेलंगाना पुलिस ने अपनी ही सीनियर आईएएस पर केस भी दर्ज किया. रेवंत सरकार का ये कदम स्मिता सभरवाल ने पसंद नहीं किया. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर सरकार पर सेलेक्टिव टारगेटिंग का आरोप जड़ दिया. सवाल उठाया कि क्या जिन 2 हजार लोगों ने पोस्ट शेयर किया क्या उन पर भी ऐसा ही एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने तीन हैशटैग भी जड़ दिए-#RuleofLaw #FreedomOfSpeech #justsaying. 

स्मिता सभरवाल सरकार को नहीं जंच रहीं

9 दिन बाद अचानक ट्रांसफर हुआ तो सीधे कनेक्शन जुड़ गया सरकार को स्मिता सभरवाल जंच नहीं रही हैं. बुलडोजर जंगल पर तो नहीं चला लेकिन सरकारी गुस्से का बुलडोजर ने स्मिता सभरवाल की ओर मोड़ लिया. स्मिता सभरवाल ने सिविल सर्विसेज क्वालिफाई की थी तब उम्र सिर्फ 22 साल थी. ऑल इंडिया में 4TH रैंक मिली थी. ऐसी स्टूडेंट नहीं रहीं जो 100 में से 100 नंबर लाता हो लेकिन स्मिता ने देश का सबसे बड़ा एक्जाम बंपर नंबरों से पास करके डंका पीट दिया. स्मिता सभरवाल का ऑफिशियल नाम स्मिता दास रहा है.

बंगाल के दार्जिलिंग की रहने वाले स्मिता के पिता प्रणब दास इंडियन आर्मी में कर्नल रहे. हालांकि उन्होंने कॉलेज की डिग्री हैदराबाद में रहकर पूरी की. पहला अटेम्ट फेल हुआ लेकिन दूसरे अटेम्ट में 2000 बैच में सिविल सर्विसेज क्रैक कर लिया. 4TH रैंक होने के कारण उनके पास कैडर सेलेक्ट करने का ऑप्शन था. अलग तेलंगाना राज्य बना तो स्मिता का कैडर तेलंगाना ट्रांसफर हो गया.

ऐसी है लव स्टोरी

स्मिता सबरपाल की शादी आईपीएस अकुन सभरवाल से हुई है. दोनों मसूरी के Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration में ट्रेनिंग के दौरान मिले थे लेकिन दोनों की शादी लव मैरिज नहीं थी. परिवारों ने रिश्ता पक्का कराया. दोनों के पेरेंट्स डिफेंस में थे. उन्होंने ही रिश्ता तय किया. अकुन के परिवार ने स्मिता के परिवार को अप्रोच किया था. अकुन डेंटिस्ट  थे. उन्होंने भी उसी बैच में सिविल सर्विसेज क्वालिफाई किया थी. उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 33 थी. उन्होंने आईपीएस बनना पसंद किया. फिलहाल अकुन ITBP में आईजी हैं.

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