थाने के बाहर पिस्टल से हवाबाजी कर रहा था सरकारी कर्मचारी, पुलिस ने अंदर कर लिया ये एक्शन
सीहोर जिले में ग्राम रक्षा समिति के सदस्य स्वरूप यादव ने थाने में पिस्टल के साथ रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी. वीडियो वायरल होते ही उसे समिति से हटा दिया गया और उसके शस्त्र लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
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MP Viral Video: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी थाना परिसर में एक युवक का इंस्टाग्राम पर पिस्टल के साथ रील बनाना काफी महंगा पड़ गया. दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स पिस्टल के साथ थाने के आप पास घूमता नजर आ रहा है.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए युवक को ग्राम रक्षा समिति की सदस्यता से बाहर कर दिया है. साथ ही उसकी लाइसेंसी पिस्टल को भी लेकर सख्त कार्रवाई की जा रही है.
क्या है मामला
इस मामले को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इस वीडियो में नजर आने वाला युवक स्वरूप यादव है, जो रेहटी थाना क्षेत्र के ग्राम सोयत का रहने वाला है.
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स्वरूप खुद ग्राम रक्षा समिति का सदस्य भी था. उसने हाल ही में अपनी लाइसेंस वाली पिस्टल के साथ बुधनी थाने में घूमते हुए एक रील बनाई थी. इस वीडियो की रिकॉर्डिंग 26 जून को बुधनी में आयोजित ग्राम और नगर रक्षा समितियों के एक कार्यक्रम के दौरान किया गया था.
रील वायरल होने पर सख्ते में आई पुलिस
वहीं रील जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, वैसे ही मामला पुलिस के संज्ञान में आया. वीडियो में थाने के आसपास पिस्टल के साथ घूमना और पोज़ देना अधिकारियों को बिल्कुल भी सही नहीं लगा.
पुलिस ने शख्स की इस हरकत को 'अशोभनीय आचरण मानते हुए तत्काल प्रभाव से युवक को समिति से हटा दिया.
सोशल मीडिया से भी हटवाया वीडियो
इस वीडियो को फिलहाल सोशल मीडिया से हटवा दिया गया है और अब पब्लिक प्लेस में हथियार दिखाने के आरोप में स्वरूप यादव का शस्त्र लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
लापरवाही शोभा नहीं देता- पुलिस
पुलिस ने इस पूरे मामले पर एक प्रेस मोट जारी किया है जिसमें साफ कहा गया है कि कानून का पालन करने वालों को इस तरह की लापरवाही और दिखावटी हरकतें शोभा नहीं देतीं. प्रेस नोट के अनुसार थाने जैसे संवेदनशील जगहों पर हथियार लेकर इस तरह का वीडियो बनाना न केवल सुरक्षा के लिहाज से गलत है, बल्कि इसका समाज पर भी गलत असर पड़ सकता है.
इस घटना से यह साफ हो गया है कि लाइसेंसी हथियार का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, चाहे वह किसी भी समिति या संस्था से जुड़े हों.