राजा को मारने के बाद सोनम और राज ने सबसे पहले शव के साथ किया था ये काम, देखिए वो वीडियो जहां 18 मिनट में हुआ पूरा हत्याकांड
Sonam Raj case: हत्याकांड को अंजाम देने के लिए चेरापूंजी की सुनसान और गहरी खाई वाली जगह को चुना गया. पुलिस के अनुसार, 23 मई को दोपहर 2 बजे राजा और सोनम यहां पहुंचे. उनके
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Raja Sonam case: शिलॉन्ग से लगभग 50 किलोमीटर दूर चेरापूंजी के वेई सोहडोंग (वाईडोंग) इलाके में 23 मई को हुई राजा रघुवंशी की हत्या का मामला सुलझ गया है. पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम और उसके प्रेमी राज सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस हत्याकांड ने पुलिस को भी चौंका दिया है, क्योंकि हत्या की योजना बेहद शातिराना तरीके से बनाई गई थी और इसे सिर्फ 18 मिनट में अंजाम दिया गया.
सुनसान घाटी में हुई वारदात
हत्याकांड को अंजाम देने के लिए चेरापूंजी की सुनसान और गहरी खाई वाली जगह को चुना गया. पुलिस के अनुसार, 23 मई को दोपहर 2 बजे राजा और सोनम यहां पहुंचे. उनके पीछे-पीछे तीन अन्य आरोपी भी आए. राजा जब एक सुनसान जगह पर शौच के लिए गया, तो पीछे से आए हमलावरों ने उस पर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर दिए. यह हथियार गुवाहाटी में खरीदा गया था. सोनम लगातार हमलावरों को "मारो, मारो" कहकर उकसा रही थी.
18 मिनट में सब खत्म
जांच में खुलासा हुआ है कि राजा की हत्या सिर्फ 18 मिनट के अंदर कर दी गई थी. राजा की मौत के बाद, सोनम और तीनों हमलावरों ने मिलकर शव को उठाने की कोशिश की, लेकिन शव भारी होने के कारण वे उसे ठीक से उठा नहीं पाए. आखिरकार, उन सभी ने मिलकर शव को पास की बेहद गहरी खाई में फेंक दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद सोनम और तीनों कातिल मौके से फरार हो गए.
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हत्या के बाद सबूत मिटाने की कोशिश
हत्या के बाद, आरोपी दो स्कूटियों पर सवार होकर भागे. एक स्कूटी पर दो कातिल थे, जबकि दूसरी स्कूटी सोनम खुद चला रही थी और उसके पीछे एक कातिल बैठा था. रास्ते में सोनम ने अपना रेनकोट, जिस पर राजा के खून के छींटे थे, आकाश नाम के एक शख्स को दे दिया. आकाश ने उस रेनकोट को फेंक दिया, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया.
शिलॉन्ग पहुंचने के बाद, सोनम ने टैक्सी ली और विशाल द्वारा दिए गए बुर्के को पहनकर गुवाहाटी के बस स्टैंड पहुंची. वहां से वह सिलीगुड़ी, पटना, आरा और लखनऊ होते हुए 26 मई को इंदौर पहुंची, जहां राज ने उसे एक किराए के मकान में ठहराया. सोनम 26 मई से 8 जून तक इंदौर में रही.
ऐसे खुला राज
शुरुआत में सोनम के लापता होने की खबर थी, लेकिन पुलिस को एक गाइड से अहम सुराग मिला, जिसने सोनम को तीन अन्य लोगों के साथ देखा था. 2 जून को राजा का शव गहरी खाई से बरामद हुआ. लगभग 120 पुलिसकर्मियों ने मिलकर यह सर्च ऑपरेशन चलाया था.
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. एक सीसीटीवी फुटेज में सोनम कातिलों के साथ स्कूटी पर बात करते हुए दिखी, जिससे पुलिस को यकीन हो गया कि सोनम लापता नहीं है, बल्कि इस हत्याकांड में शामिल है. पुलिस ने सबूत जुटाए और उत्तर प्रदेश व इंदौर में छापेमारी की. राज को गिरफ्तारी की भनक लगते ही उसने सोनम को इंदौर से तुरंत निकलने को कहा. सोनम गाजीपुर पहुंची और वहां खुद को अगवा होने का नाटक किया.
शातिर दिमागी साजिश: प्यार और हत्या
पूछताछ में पहले सोनम ने राज को और राज ने सोनम को मास्टरमाइंड बताया, लेकिन बाद में यह साफ हुआ कि इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड राज ही था. दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे और किसी भी हद तक जाकर साथ रहना चाहते थे.
फरवरी में भी बनाई थी योजना
यह भी सामने आया कि यह उनकी पहली हत्या की कोशिश नहीं थी. फरवरी में उन्होंने एक योजना बनाई थी, जिसमें सोनम को नदी में लापता दिखाने का नाटक करना था, लेकिन वह योजना फेल हो गई. इसके बाद, उन्होंने एक अन्य लड़की को मारकर सोनम की पहचान पर जलाकर मौत का नाटक करने की कोशिश की, लेकिन वह भी नाकाम रही.
सोनम की शादी तय होने के बाद राज गुस्से में आ गया. शादी से 11 दिन पहले, राज ने राजा रघुवंशी की हत्या की योजना बनाई, जिसमें सोनम भी शामिल हो गई.
तीन बार फेल, चौथी बार कामयाबी
19 मई को राज, सोनम और तीनों कातिल गुवाहाटी पहुंचे. वहां पहली बार हत्या की कोशिश की गई, लेकिन वह नाकाम रही. इसके बाद सोनम राजा को कामाख्या मंदिर लेकर गई. वे शिलॉन्ग आए और सोनम लगातार मोबाइल फोन से कातिलों को लोकेशन भेज रही थी. इसके बाद चेरापूंजी आने का प्लान बना, जहां की खूबसूरत वादियां और गहरी खाई हत्या के लिए मुफीद जगह थी.
चेरापूंजी आने से पहले भी राजा की हत्या की दो कोशिशें नाकाम हुई थीं, यानी गुवाहाटी से चेरापूंजी तक कुल तीन बार हत्या की कोशिश की गई थी. चौथी और अंतिम कोशिश चेरापूंजी की इसी जगह पर हुई, जहां दोपहर 2 बजे राजा रघुवंशी को सिर्फ 18 मिनट में मौत के घाट उतार दिया गया.
रेनकोट ने खोला राज
हालांकि, कातिलों का प्लान सटीक लग रहा था, लेकिन कहते हैं ना, "लहू बोलता भी है." क्राइम सीन से कुछ दूरी पर सोनम का वह रेनकोट मिला, जिस पर राजा के खून के छींटे थे. पुलिस ने रेनकोट और आसपास के सीसीटीवी फुटेज बरामद किए, जिससे इस पूरे केस का खुलासा हो गया.